अनूपपुर।
जनपद पंचायत जैतहरी अन्तर्गत ग्राम पंचायत खांडा में स्वच्छता व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए मनरेगा मद से सेग्रीगेशन शेड का निर्माण होना था, लेकिन लाखों रुपए खर्च होने के बावजूद यह योजना अधूरी पड़ी हुई है।
रिकॉर्ड के अनुसार, इस कार्य को 16 नवंबर 2021 को स्वीकृत किया गया था जिसकी लागत 5 लाख 98 हजार 821 रुपए निर्धारित थी। अब तक 1 लाख 31 हजार 294 रुपए मटेरियल के नाम पर तथा 47 हजार 334 रुपए मजदूरी भुगतान के रूप में निकाले भी जा चुके हैं। इसके बावजूद निर्माण स्थल पर केवल आधी-अधूरी दीवार खड़ी कर काम को अधूरा छोड़ दिया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय पर सेग्रीगेशन शेड का निर्माण पूरा हो जाता, तो गांव में कचरे के निपटान और गंदगी की समस्या काफी हद तक दूर हो जाती। अधूरे काम के कारण कचरा इधर-उधर बिखर रहा है और बदबू से वातावरण दूषित हो रहा है।
लोगों का आरोप है कि यह पूरा मामला लापरवाही और मनरेगा मद के दुरुपयोग की ओर इशारा करता है। ग्रामीणों ने जनपद पंचायत जैतहरी, जिला पंचायत सीईओ और कलेक्टर से जल्द से जल्द अधूरे निर्माण को पूरा कराने और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है।
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