101 परिवारों ने एक साथ किया सामूहिक महारुद्राभिषेक कोयलांचल क्षेत्र राजनगर में हुआ भव्य आयोजन
हसदेव कोयलांचल सहित शहडोल संभाग में अलग प्रकार का अद्भुत और अनूठा भव्य धार्मिक आयोजन 2 फरवरी को सम्पन्न हुआ,जहां 101 परिवा एक साथ बैठकर अलग-अलग वेदियों और आसन के माध्यम से महा रुद्राभिषेक किये, साथ ही हजारों श्रद्धालुओं ने महा प्रसाद ग्रहण किया।
बसंत पंचमी के अवसर पर करौली शंकर महादेवधाम के स्थानीय भक्तों के द्वारा सामूहिक महा रुद्राभिषेक राजनगर कॉलरी के राजनगर स्टेडियम में 2 फरवरी, दिन -रविवार को आयोजित किया गया,इस महा रुद्राभिषेक में 101 परिवार/भक्तगण एक साथ बैठकर अलग- अलग वेदियों और आसनों के माध्यम से सामूहिक रुद्राभिषेक में शामिल होकर विधि विधान से पूजा अर्चना की। यह कार्यक्रम श्री करौली शंकर महादेवधाम कानपुर के स्थानीय भक्तगण शंकर सेना जिला- अनूपपुर, संभाग शहडोल के भक्तों के द्वारा किया गया।यह कार्यक्रम कई चरणों में एक दिवसीय किया गया।
सनातन रैली से हुई कार्यक्रम की शुरुआत :-
कार्यक्रम की शुरुआत पौराधार शिव मंदिर प्रांगण से शिवलिंग में जल अर्पित कर आम नागरिकों,सनातन प्रहरियों,एवं भक्तों के द्वारा सैकड़ो बाइक एवं 40 चार पहिया वाहनों के माध्यम से सनातन जागरण रैली जो कोयलांचल क्षेत्र के पौराधार,न्यू राजनगगर,राजनगर मेन मार्केट,सी सेक्टर होते हुए राजनगर स्टेडियम कार्यक्रम स्थल पहुंची।
सामूहिक महा रुद्राभिषेक हर वर्ग को किया गया सम्मिलित :-
राजनगर स्टेडियम में एक साथ 101 परिवार/भक्तगण अलग-अलग वेदियों और आसनों के माध्यम से सामूहिक महा रुद्राभिषेक किये,महारुद्राभिषेक विधि विधान के साथ पूर्ण किया गया,पंडित शिवकुमार तिवारी ने संपूर्ण पूजा को विधिवत रूप से संपन्न कराया,ज्ञात हो कि इस रुद्राभिषेक में हर वर्ग के भक्तगणों का ख्याल रखकर,कुछ भक्त शुल्क देकर तो कुछ जरूरतमंद परिवार निःशुल्क भी जात पात के बंधनों से ऊपर उठकर एक साथ एक ही प्रांगण में रुद्राभिषेक किये,राजा और रंक सभी एक ही प्रांगण में उपस्थित होकर रुद्राभिषेक किये,आयोजन कमेटी ने रुद्राभिषेक करने वाले भक्तों के नाम से उनके आसन और वेदी को आरक्षित कर दिया था,वेदी और आसन के समीप ही सारी व्यवस्थाओं को पूर्ण करके रख दिया गया था,अभिषेक करने वाले भक्तों के आने पर पंजीयन काउंटर पर उनके द्वारा ही अपने हाथों से ठोकन निकला गया और जिस आसन और वेदी का टोकन नंबर निकला भक्त ने उस वेदी पर बैठकर अपनी पूजा अर्चना संपन्न की। रुद्राभिषेक शुरू होने और समापन होने तक किसी प्रकार की कोई असुविधा भक्तगणों को नहीं हुई वे रुद्राभिषेक स्थल पहुंचें थे बाकी सारी व्यवस्थाएं पूजन की सामग्री,आसन,फल-फूल, शिवलिंग,नंदी,श्रृंगी,हवन,आरती और जो भी सामग्री रुद्राभिषेक के लिए आवश्यक थे वह सभी आवश्यक सामग्री कमेटी के द्वारा भक्तों को प्रदाय की गयी।
101 कन्यायों ने किया भोजन :-
कन्या भोजन एवं विशाल महाभंडारे का
आयोजन समिति के द्वारा किया गया था,अधिक से अधिक भक्तगण कन्या भोजन एवं साथ ही क्षेत्र के लोग महा प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे थे,101 कन्याओं के भोजन के उपरांत कन्याओं को कमेटी की ओर से उपहार भेंटकर पैर पूज कर कन्याओं का आशीर्वाद लेकर उनको विदा किया गया।
बुजुर्गों एवं विकलांगों का किया गया सम्मान:-
कन्या भोजन महा प्रसाद के उपरांत कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित 12 वृद्धजन एवं तीन विकलांगों को शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया।
अनामिका ग्रुप ने प्रस्तुत की मनमोहक झांकी एवं नृत्य:-
महा रुद्राभिषेक स्थल पर शिव पार्वती,मां दुर्गा काली,शिव तांडव,काल भैरव एवं शिव के गणों की झांकी भी निरंतर निकलती रही जो मनमोहन थी और रुद्राभिषेक प्रांगण में भगवान के कई रूपों में झांकी के माध्यम से सजीव चित्रण भी कराया गया।
संगीत भजन संध्या का हुआ आयोजन :-
संध्याकालीन क्षेत्र के कलाकारों के द्वारा भजन संध्या का आयोजन भी किया जाएगा जो करौली शंकर महादेव धाम के भजन एवं गानों के साथ ही भक्ति गानों पर आधारित था,क्षेत्र के लोग इस भजन संध्या में पहुंचकर भक्ति मयी वातावरण का आनंद लिये।
करौली शंकर महादेव दरबार के परम पूजनीय ब्रम्हलीन पंडित राधा रमन मिश्रा जी के 141 जन्मोत्सव के अवसर पर जन्म उत्सव कार्यक्रम,बाबा माँ की आरती,मॉ का श्रृंगार,दिन एवं रात्रि का महाभोग प्रसाद इस तरह के विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इन सभी कार्यक्रमों में क्षेत्र के अधिक से अधिक लोग शामिल हुए,सनातन जागरण रैली,रुद्राभिषेक यज्ञ पूजा,रुद्राभिषेक के उपरांत महाभोग प्रसाद ,भजन संध्या, बुजुर्गों का सम्मान,मां बाबा की आरती एवं सभी कार्यक्रमों में उपस्थित जनमानस ने कार्यक्रम की खुले मन से प्रसंशा की और इस तरह के आयोजन को किए जाने की सराहना की,साथ ही आयोजन समिति को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में कई भक्तगण रात- दिन लगे हुए थे,कार्यक्रम को संपन्न कराने में करौली शंकर महादेव धाम के सभी भक्तों ने खूब मेहनत की जिसका परिणाम यह रहा की कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ,करौली शंकर महादेव धाम के भक्तगण पूरी तन्मयता के साथ लगकर कार्यक्रम को संपन्न कराने में अपना समर्पण दिए,जिसका परिणाम यह रहा की क्षेत्र में एक अलग ही प्रकार का अद्भुत धार्मिक आयोजन संपन्न हो पाया।
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