भालूमाड़ा। (सुरेश शर्मा )
भालूमाड़ा थाना अंतर्गत ग्राम मौहरी में उप सरपंच की हत्या का खुलासा भालू माडा पुलिस ने किया है जिसमें अवैध संबंध हत्या का कारण बना इस अंधी हत्याकांड का खुलासा पुलिस के लिए चुनौती थी 12-जून को भालूमाडॉ थाने में मृतक के भाई सोनू सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका भाई ओंकार सिंह सुबह से गाड़ी लेकर निकला है जो काफी देर तक वापस नहीं आया है जिसकी तलाश करने के लिए निकले तो मोहरी के जंगल के पास उसकी मोटरसाइकिल दिखी और कुछ ही दूरी पर ओंकार सिंह का शव गड्ढे में पड़ा मिला इस बात से पुरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी ।
घटना के संबंध में बताया गया कि ग्राम मोहरी में 12 जून को जमगांव थाना कोतमा के उपसरपंच ओंकार सिंह पिता गिरधारी सिंह उम्र 35 वर्ष का शव मौहरी -जमगांव के जंगल में गड्ढे में मिला था जिसके शरीर व सर पर चोट के निशान थे सूचना पर थानाभालूमाड़ा में मर्ग कायम कर 302 ,201, 34 आईपीसी कायम की गई थी हत्या की खबर पाकर अनूपपुर पुलिस अधीक्षक सहित कोतमा एसडीओपी भालू माडा पुलिस स्टाफ घटनास्थल पहुंच गए थे जहां पुलिस अधीक्षक द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए आरोपियों की धरपकड़ के लिए दिशा निर्देश दिए गए थे साथ ही आरोपियों पर 5 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था।
5 दिनों में हत्या के आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा
जिसकी जांच विवेचना भालूमाडॉ प्रभारी थाना प्रभारी एसआई आस्तिक खान द्वारा की जा रही थी अनूपपुर एसपी के दिशा निर्देश पर पुलिस द्वारा मोहरी एवं जमगांव में लगातार पूछताछ व जानकारी ली जा रही थी दिनांक 17-6- 19 को सूचना मिलने पर एएसआई खान को आरोपी चूरण सिंह एवं उसका भतीजा बबलू भालू माडा चौक पर दिखे जिन्हें पकड़ कर थाने लाया गया और पूछताछ में चूर्ण सिंह ने पूरी घटना बताई साथ ही अन्य दो आरोपी भाई संतोष सिंह को मोहरी के जंगल से एवं एक भतीजा तीरथ सिंह को उसके घर जमगांव से पकड़ कर थाने लाया गया जहां पूछताछ में हत्या का कारण मृतक ओंकार सिंह का आरोपी चूरण की पत्नी के साथ अवैध संबंध की बात सामने आई पुलिस ने बताया कि इसके पूर्व भी चुरण की पत्नी ने ओंकार सिंह के खिलाफ कोतमा में शिकायत दर्ज कराई थी जो न्यायालय में चल रहा है
टांगी से हमला कर की गई थी ओंकार की हत्या
घटना के संबंध में चुरण सिंह ने बताया कि वह ओंकार सिंह की हरकत से काफी परेशान था पेशे से ड्राइवर चुरण सिंह अक्सर बाहर रहता था उसकी गैर मौजूदगी में ओंकार सिंह का उसके घर आना जाना था जिस रंजिश की वजह से वह 11- 6 को घर आया और अपने भाई संतोष व दो भतीजे के साथ मिलकर ओमकार को सबक सिखाने की योजना बनाई दिनांक 12 को सुबह 9:10 बजे जब ओंकार सिंह जंगल के रास्ते जा रहा था तभी चरण सिंह संतोष सिंह भतीजा बबलू एवं भतीजा तीरथ चारों ने मिलकर ओमकार पर लाठी डंडे से हमला कर दिया इस बीच ओंकार अपनी जान बचाकर कुछ दूर भागा भी लेकिन उसे पकड़कर जमकर पीटा साथ ही टांगी से उसके सर पर हमला किया गया जिससे उसकी मौत हो गई बाद में शव को बांधकर जंगल में गड्ढे में फेंककर उस पर पत्ते व झाड़ियां डालकर चारों वहां से फरार हो गए।भालू माडा पुलिस ने सभी चारों आरोपियों जिनमें चूर्ण सिंह पिता छोटेलाल सिंह उम्र 30 वर्ष भाई संतोष सिंह पिता छोटेलाल उम्र 34 वर्ष भतीजा बबलू उर्फ उदय सिंह पिता समरत सिंह उम्र 26 वर्ष एवं भतीजा तीरथ सिंह पिता समरत सिंह उम्र 17 वर्ष जो कि अभी नाबालिग है इनमें से तीन आरोपियों को कोतमा न्यायालय में एवं नाबालिक तीरथ सिंह को किशोर न्यायालय अनूपपुर में पेश किया गया।
आरोपियों को पकड़ने में इनका रहा योगदान
उक्त मामले में जांच अधिकारी आस्तिक खान परस्ते आरक्षक करमजीत सिंह आरक्षक दिनेश कोल आरक्षक विवेक त्रिपाठी फुनगा चौकी से उपनिरीक्षक अनुराधा परस्ते आरक्षक जागेश्वर प्रधान का विशेष सहयोग रहा ।।
भालूमाड़ा थाना अंतर्गत ग्राम मौहरी में उप सरपंच की हत्या का खुलासा भालू माडा पुलिस ने किया है जिसमें अवैध संबंध हत्या का कारण बना इस अंधी हत्याकांड का खुलासा पुलिस के लिए चुनौती थी 12-जून को भालूमाडॉ थाने में मृतक के भाई सोनू सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका भाई ओंकार सिंह सुबह से गाड़ी लेकर निकला है जो काफी देर तक वापस नहीं आया है जिसकी तलाश करने के लिए निकले तो मोहरी के जंगल के पास उसकी मोटरसाइकिल दिखी और कुछ ही दूरी पर ओंकार सिंह का शव गड्ढे में पड़ा मिला इस बात से पुरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी ।
घटना के संबंध में बताया गया कि ग्राम मोहरी में 12 जून को जमगांव थाना कोतमा के उपसरपंच ओंकार सिंह पिता गिरधारी सिंह उम्र 35 वर्ष का शव मौहरी -जमगांव के जंगल में गड्ढे में मिला था जिसके शरीर व सर पर चोट के निशान थे सूचना पर थानाभालूमाड़ा में मर्ग कायम कर 302 ,201, 34 आईपीसी कायम की गई थी हत्या की खबर पाकर अनूपपुर पुलिस अधीक्षक सहित कोतमा एसडीओपी भालू माडा पुलिस स्टाफ घटनास्थल पहुंच गए थे जहां पुलिस अधीक्षक द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए आरोपियों की धरपकड़ के लिए दिशा निर्देश दिए गए थे साथ ही आरोपियों पर 5 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था।
5 दिनों में हत्या के आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा
जिसकी जांच विवेचना भालूमाडॉ प्रभारी थाना प्रभारी एसआई आस्तिक खान द्वारा की जा रही थी अनूपपुर एसपी के दिशा निर्देश पर पुलिस द्वारा मोहरी एवं जमगांव में लगातार पूछताछ व जानकारी ली जा रही थी दिनांक 17-6- 19 को सूचना मिलने पर एएसआई खान को आरोपी चूरण सिंह एवं उसका भतीजा बबलू भालू माडा चौक पर दिखे जिन्हें पकड़ कर थाने लाया गया और पूछताछ में चूर्ण सिंह ने पूरी घटना बताई साथ ही अन्य दो आरोपी भाई संतोष सिंह को मोहरी के जंगल से एवं एक भतीजा तीरथ सिंह को उसके घर जमगांव से पकड़ कर थाने लाया गया जहां पूछताछ में हत्या का कारण मृतक ओंकार सिंह का आरोपी चूरण की पत्नी के साथ अवैध संबंध की बात सामने आई पुलिस ने बताया कि इसके पूर्व भी चुरण की पत्नी ने ओंकार सिंह के खिलाफ कोतमा में शिकायत दर्ज कराई थी जो न्यायालय में चल रहा है
टांगी से हमला कर की गई थी ओंकार की हत्या
घटना के संबंध में चुरण सिंह ने बताया कि वह ओंकार सिंह की हरकत से काफी परेशान था पेशे से ड्राइवर चुरण सिंह अक्सर बाहर रहता था उसकी गैर मौजूदगी में ओंकार सिंह का उसके घर आना जाना था जिस रंजिश की वजह से वह 11- 6 को घर आया और अपने भाई संतोष व दो भतीजे के साथ मिलकर ओमकार को सबक सिखाने की योजना बनाई दिनांक 12 को सुबह 9:10 बजे जब ओंकार सिंह जंगल के रास्ते जा रहा था तभी चरण सिंह संतोष सिंह भतीजा बबलू एवं भतीजा तीरथ चारों ने मिलकर ओमकार पर लाठी डंडे से हमला कर दिया इस बीच ओंकार अपनी जान बचाकर कुछ दूर भागा भी लेकिन उसे पकड़कर जमकर पीटा साथ ही टांगी से उसके सर पर हमला किया गया जिससे उसकी मौत हो गई बाद में शव को बांधकर जंगल में गड्ढे में फेंककर उस पर पत्ते व झाड़ियां डालकर चारों वहां से फरार हो गए।भालू माडा पुलिस ने सभी चारों आरोपियों जिनमें चूर्ण सिंह पिता छोटेलाल सिंह उम्र 30 वर्ष भाई संतोष सिंह पिता छोटेलाल उम्र 34 वर्ष भतीजा बबलू उर्फ उदय सिंह पिता समरत सिंह उम्र 26 वर्ष एवं भतीजा तीरथ सिंह पिता समरत सिंह उम्र 17 वर्ष जो कि अभी नाबालिग है इनमें से तीन आरोपियों को कोतमा न्यायालय में एवं नाबालिक तीरथ सिंह को किशोर न्यायालय अनूपपुर में पेश किया गया।
आरोपियों को पकड़ने में इनका रहा योगदान
उक्त मामले में जांच अधिकारी आस्तिक खान परस्ते आरक्षक करमजीत सिंह आरक्षक दिनेश कोल आरक्षक विवेक त्रिपाठी फुनगा चौकी से उपनिरीक्षक अनुराधा परस्ते आरक्षक जागेश्वर प्रधान का विशेष सहयोग रहा ।।
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