
अनूपपुर । इस्कॉन केंद्र के अनूपपुर में प्रारंभ होने के बाद धर्म के प्रति लोगों का रुझान काफी तेजी से बढ़ा है।लोगों में नई चेतना का संचार हुआ है।युवा वर्ग धर्म के प्रति काफी आगे बढ़ गया।अनूपपुर की धरती में धर्म के तमाम आयोजन होते चले आ रहे हैं जिसमें युवा वर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका है।
अनूपपुर में इस्कॉन केंद्र की स्थापना के बाद एक नई चेतना का उदय हुआ है।इस्कॉन केंद्र से लोग जुड़कर धर्म की तरह-तरह की जानकारियां पाठ्यपुस्तकों के माध्यम से पा रहे हैं।केंद्र में सत्संग भी हो रहा है जिसमें भी सभी लोग शामिल हो रहे हैं और बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
इस्कॉन केंद्र ने लोगों के मिल रहे सहयोग से अनूपपुर के इतिहास में पहली बार भगवान जगन्नाथ की रस का यात्रा को निकालने का बेड़ा उठाया है।जिसकी तैयारियां भी लगभग पूर्ण हो चुकी है और नगर के लोगों का अच्छा सहयोग भी इस्कॉन केंद्र को मिल रहा है।अभी तक अनूपपुर के लोग अन्य क्षेत्रों में जाकर भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा देखते थे लेकिन अब उन्हें अनूपपुर में ही देखने को मिलेगी।यह प्रथम वर्ष है आने वाले वर्षों में जगन्नाथ पुरी की तरह भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का आनंद लोग ले पाएंगे।
अनूपपुर शहर सहित गांव-गांव में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा को लेकर अति उत्साह है।सभी को 5 जुलाई 2025 का बेसब्री से इंतजार है।अभी तक लोग जगन्नाथ पुरी इसके साथ ही शहडोल,बिलासपुर जाकर भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा को देखते थे।लेकिन अब उन्हें कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी।इस्कॉन केंद्र खुलते ही अनूपपुर में धर्म की आस्था देखते ही बनने लगी।लोगों का झुकाव धर्म के प्रति बढ़ता ही जा रहा है।
शहर में इस्कॉन केंद्र की स्थापना कुछ समय पूर्व की गई।इस्कॉन केंद्र में प्रति सप्ताह रविवार को सायं 05 बजे से 07 बजे तक सत्संग का आयोजन होता है एवं अन्य धार्मिक आयोजनों का सिलसिला लगातार जारी है।इस्कॉन केंद्र ने सभी के सहयोग से प्रथम बार अनूपपुर में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा निकालने का बीड़ा उठाया है जिसकी तैयारियां जोर-शोर से जारी है।
इस्कॉन केंद्र की स्थापना के साथ ही आने वाले समय में अनूपपुर में भी इस्कॉन मंदिर की स्थापना की जाएगी।इसके लिए सभी का सहयोग आवश्यक है।
इस्कॉन केंद्र के प्रमुख अनूपपुर केंद्र के प्रभारी चैतन्य मनोहर दास एवं प्रशांत पांडे ने बताया कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 5 जुलाई 2025 को निकाली जाएगी।
रथ यात्रा के मार्ग का निर्धारण किया जा चुका है।भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा शिव मारुति मंदिर,सामतपुर से प्रारंभ होकर बस स्टैंड,आदर्श मार्ग, स्टेशन चौक,राम जानकी मंदिर,गुरुद्वारा रोड,पीएचई ऑफिस,अंडर ब्रिज,स्मार्ट सिटी से होते हुए उत्कृष्ट विद्यालय अनूपपुर के मैदान में समाप्त होगी।
रथ यात्रा लगभग 1.00 बजे से प्रारंभ होगी, रथ यात्रा के साथ हरिनाम संकीर्तन,भक्तों के द्वारा नृत्य,महाप्रसाद वितरण होगा।उत्कृष्ट विद्यालय मैदान में रथयात्रा का समापन कार्यक्रम आयोजित होगा।
समापन कार्यक्रम में सर्वप्रथम भगवान जगन्नाथ को छप्पन भोग लगाया जाएगा।जिसके लिए स्थानीय निवासी भगवान जगन्नाथ के लिए सात्विक भोग जिसमें कच्चा भोजन और मिष्ठान इत्यादि जो कुछ भी वक्त भगवान को अर्पित करना चाहे ला सकते हैं।छप्पन भोग के पश्चात भगवान जगन्नाथ की आरती होगी और वरिष्ठ भक्तों के द्वारा भगवान जगन्नाथ की कथा,भजन कीर्तन एवं फिर सभी के लिए महाप्रसाद की व्यवस्था होगी।
इस आयोजन के लिए सभी अनूपपुर एवं निकट के ग्रामों में बृहद रूप से प्रचार प्रसार किया जाएगा।रथ यात्रा के लिए बृहद स्तर पर स्थानीय निवासियों और सामाजिक संगठनों से संपर्क कर सहयोग का आग्रह किया जा रहा है।रथ यात्रा से संबंधित किसी भी जानकारी एवं सहयोग हेतु चैतन्य मनोहर दास से इस्कॉन केंद्र ( मोबाइल नंबर 7470999194) में संपर्क किया जा सकता है।बताया गया कि भगवान जगन्नाथ का रथ महाकाल की नगरी उज्जैन में बनकर तैयार हुआ है।
अनूपपुर के इतिहास में पहली बार भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकलेगी।जिसमें भगवान जगन्नाथ,बलभद्र एवं माता सुभद्रा की झांकी शहर का भ्रमण करेगी यह आध्यात्मिक उत्सव होगा।
अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन)
संस्थापकाचार्य कृष्णकृपामूर्ति श्री श्रीमद् ए.सी. भक्तिवेदान्त स्वामी प्रभुपाद की कृपा से यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है।
बताया गया कि रथ के ऊपर विराजमान भगवान श्री जगन्नाथ के दर्शन एवं रथ खींचने से व्यक्ति भौतिक जगत में पुनः जन्म नहीं लेगा।उन्होंने कहा कि भक्ति भाव से रथ खींचने का सौभाग्य।हरिनाम संकीर्तन।भगवान जगन्नाथ जी की आरती।छप्पन भोग।भगवान जगन्नाथ की कथा एवं भजन।आध्यात्मिक लाभ और भगवतकृपा के साथ ही महाप्रसाद वितरण कार्यक्रम आयोजित होगा।
इस्कॉन केंद्र अनूपपुर ने समस्त भक्तजन से अपील की है कि परिवार सहित इस दिव्य उत्सव में पधारें और भगवान जगन्नाथ,बलभद्र एवं माता सुभद्रा की कृपा प्राप्त करें।
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