
अनूपपुर । डॉक्टर्स डे के दिन डॉक्टर की विदाई बड़ी ही विडंबना है।गरीब से लेकर बड़े-बड़े लोगों के स्वास्थ्य का इलाज अपनी डिस्पेंसरी के साथ-साथ घर-घर जाकर करने वाले अनूपपुर शहर के जाने-माने चिकित्सक डॉक्टर गणेश चटर्जी अब हमारे बीच नहीं रहे।डॉक्टर्स डे के दिन अनूपपुर जिला चिकित्सालय में उन्होंने अंतिम सांस ली।इसके पूर्व उनका इलाज रायपुर में चल रहा था।
वरुण चटर्जी के पिता जी, वासुदेव चटर्जी एडवोकेट एवं भारती मेडिकल के संचालक सुदेव एवं देव चटर्जी के चाचाजी डॉ.गणेश चटर्जी के निधन की खबर मिलते ही जिला चिकित्सालय एवं उनके निवास पर काफी संख्या में नगर के नागरिक एकत्रित हो गए।उनकी अंतिम विदाई यात्रा में जन सैलाब उमड़ पड़ा।
डॉ.गणेश चटर्जी केवल चिकित्सक ही नहीं,बल्कि जनसेवक भी थे।लोगों की सेवा करना,लोगों को अच्छा मार्गदर्शन देना उनकी दिनचर्या में था।
डॉ.गणेश चटर्जी के निधन पर काफी लोगों ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की है।एवं ईश्वर से प्रार्थना की है कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।तथा शोक संतप्त परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति दे।
उनका अंतिम संस्कार सोन नदी स्थित मुक्तिधाम में किया गया।डॉ.गणेश चटर्जी अपने पीछे रोता,बिलखता परिवार छोड़ गए।उनके एक पुत्र एवं दो पुत्री एवं धर्मपत्नी थी।
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