जमुना कोतमा क्षेत्र में आयोजित बैठक में जनप्रतिनिधियों और प्रबंधन के बीच हुआ सीधा सवाल जवाब
अनूपपुर ।
जिले के अंदर संचालित कोयला खदाने जहां अंतिम सांस ले रहे हैं तो वही कोयलांचल क्षेत्र से लोगों के पलायन होने के साथ ही रोजगार धंधे बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। इन सबके बीच कोयलांचल क्षेत्र की नगर पालिका परिषद पसान, कोतमा, बिजुरी के साथ नई परिषद के रूप में बनगवां राजनगर डोला डूमर कछार जन्म लेने के साथ ही कुपोषण का शिकार इसलिए हो गई हैं कि यहां पर भी एसईसीएल की काली छाया विकास कार्यों में अवरोधक बन रही है । कई वर्षों से कोयला उत्खनन के नाम पर शासन की जमीनों का अधिग्रहण किया गया लेकिन अधिकांश जमीनों का उपयोग आज तक एसईसीएल प्रबंधन नहीं कर रहा है इसके बाद भी अंगद के पांव की भांति जमीनों पर जमा हुआ है। एसईसीएल हसदेव क्षेत्र एवं जमुना कोतमा क्षेत्र के तानाशाही रवैया से परेशान नगर पालिका एवं नगर परिषद के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने आवाज बुलंद की और उनकी मांग पर अनूपपुर के संवेदनशील कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कोतमा एसडीएम को निर्देशित किया और एक नई पहल शुरू की गई जिसका परिणाम भी सार्थक दिखाई देने लगा है ।कलेक्टर के प्रयास से बैठकों का दौर प्रारंभ हुआ और इसी कड़ी में 24 जून 2023 को जमुना कोतमा क्षेत्र के जमुना कॉलरी बंकिंग बिहार में कोतमा एसडीएम मायाराम कोल के मुख्य अतिथि में एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र एवं हसदेव क्षेत्र प्रबंधन के अधिकारी नगर पालिका एवं नगर परिषद के निर्वाचित जनप्रतिनिधि तथा मुख्य नगरपालिका अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें पांचों निकायों के जनप्रतिनिधियों के द्वारा 15 बिंदुओं पर जनहित के कार्य कराए जाने की मांग कलेक्टर महोदय से की गई थी इन्हीं विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई
बैठक में जनप्रतिनिधियों ने रखी समस्याएं
आयोजित बैठक में नगर पालिका परिषद पसान के अध्यक्ष राम अवध सिंह ,कोतमा अध्यक्ष अजय सराफ ,बिजुरी नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सहबिन पनिका नगर परिषद डोला के अध्यक्ष श्रीमती रेनू कोल, उपाध्यक्ष रवि शंकर तिवारी अंतोदय समिति के अध्यक्ष लवकुश शुक्ला अजय द्विवेदी के द्वारा अपने अपने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को एसईसीएल प्रबंधन के अधिकारियों एवं एसडीएम के समक्ष रखा गया। जनप्रतिनिधियों ने बताया एसईसीएल के अधिकारियों द्वारा उनका सहयोग नहीं किया जाता है अधिग्रहित की गई भूमि का हवाला देकर जनहित के कार्यों में व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है जिसके कारण से शासन की योजनाओं का लाभ आम जनमानस को नहीं मिल पा रहा और सभी कार्य अवरुद्ध पड़े हुए हैं बैठक में उपस्थित डिग्री डोला नगर के जनप्रतिनिधियों ने भी अपने अपने क्षेत्र की समस्याएं प्रबंधन के सामने रखी जिसमें मुख्य रुप से बिजली में प्रबंधन द्वारा दूषित पानी की सप्लाई किया जाना एवं बिजली कपिलधारा मार्ग की जर्जर हालत को सुधार करने की मांग रखी पसान नगर पालिका अध्यक्ष राम अवध सिंह ने कहा एसईसीएल प्रबंधन निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की मांग पर 20% भी सहयोग नहीं कर रहा प्रबंधन सकारात्मक रवैया अपनाए और समस्याओं का समाधान करने की दिशा में कार्य करें जब तक प्रबंधन एवं जनप्रतिनिधियों में सामंजस्य नहीं होगा तब तक समस्याओं का निराकरण संभव नहीं है आपने प्रबंधन से आग्रह किया कि जनहित के कार्यों में सकारात्मक रुख अपनाते हुए जनहित के विषयों पर गंभीरतापूर्वक ध्यान दें अन्यथा एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी जिसका परिणाम एसईसीएल को भुगतना पड़ेगा।
समय सीमा के अंदर समस्याओं का प्रबंधन करें समाधान
कोतमा एसडीएम मायाराम कोल की उपस्थिति में आयोजित बैठक में एसईसीएल जमुना कोतमा एवं हसदेव क्षेत्र प्रबंधन के उपस्थित अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में संदेश देते हुए एसडीएम ने कहा की निर्धारित समय सीमा के अंदर समस्याओं का समाधान किया जाए अन्यथा कार्रवाई के लिए प्रबंधन के अधिकारी तैयार रहें। वही आज के बैठक के 15 दिनों बाद पुणे बैठक आयोजित कर आज के निर्णय पर विचार विमर्श किया जाएगा एसडीएम महोदय ने स्पष्ट रूप से प्रबंधन को निर्देशित किया कि जो भी प्रस्ताव पास किए गए हैं उनका पालन प्रबंधन जनहित की समस्याओं को देखते हुए अतिथि करें एसईसीएल द्वारा अधिकृत की गई भूमिका सर्वे कराकर अनुपयोगी पड़ी भूमि को राज्य सरकार को वापस करें, काले पानी की सप्लाई एसईसीएल प्रबंधन तत्काल बंद करें ,कैंप लगाकर रोजगार संबंधित प्रकरणों का निराकरण किया जाए, सुरक्षा के सभी मानको को पूरा करते हुए बंद पड़ी खदानों को सुरक्षित किया जाए, पूर्व में कलेक्टर की उपस्थिति में हुई बैठक के दौरान विभिन्न मुद्दों पर लिए गए निर्णय का पालन शीघ्र किया जाए
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