कोलमी ।
फुनगा संकुल केंद्र के अंतर्गत कोलमी के मध्य छुलकारी विद्यालय में मध्यान्ह भोजन व्यवस्था लडख़ड़ाई
जैतहरी विकासखंड के अंतर्गत छुलकारी विद्यालय में इन दिनों मध्यान्ह भोजन व्यवस्था लड़खड़ाई गई है, आलम यह है कि समूह कि मनमानी चलते स्कूल आने वाले विधार्थियों को भूखा रहना पड़ता है ऐसा ही नजारा 5 अक्टूबर शनिवार को फुनगा संकुल के गांव छुलकारी के प्राइमरी स्कूल में देखने को मिला जहाँ समूह के द्वारा मध्यान्ह भोजन नहीं बनाया गया जिस कारण से स्कूल के 63 विधार्थी भूंख से व्याकुल नजर आये स्कूली छात्रों ने सारदा स्व सहायता समूह के अधक्ष्य श्रीमती अनसुइया केवट के खिलाफ आक्रोश जताते हुए बताये कि अध्यक्ष के मनमानी रवैया से हम परेशान है इस स्कूल में मध्यान्ह भोजन कभी भी नियमित नहीं मिलता है ।
समूह संचालक करते हैं मनमानी
समूह के द्वारा भोजन न देना आमबात है जबकि स्कूल में खाना मिलगा इस आस में बच्चे घर से भूखे ही आते है लेकिन स्कूल में भी भोजन नहीं मिलता और बच्चे दिन भर भूखे पेट रह जाते है कुछ स्थानीय बच्चे तो दोपहर कि छुट्टी में अपने -अपने घर जा कर खाना खा लेते है, लेकिन दुरदराज से आये बच्चों को भूखा ही रहना पड़ता है मीनू के आधार पर खीर, पूड़ी हलवा मिल जाये तो गनीमत है ,भोजन चाहे गुणवत्ता वाली मिले या गुणवत्ताहीन बच्चों को तो खाना ही पड़ेगा करण कि घर से भूखे आते है किसी तरह पेट तो भर जाता है परन्तु मन नहीं लगता , स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि समूह कि मनमानी के चलते ऐसे हालात बार, बार बन रहे हैं जबकि बच्चे स्कूल में मिलने वाली भोजन चलते रोजाना शाला में उपस्थिति देते हैं कुछ लोगों ने इस योजना का बंटाधार करने में लगे हैं।
नहीं बनता प्रतिदिन भोजन
स्कूल के शिक्षक ने भी यह बताया कि यहां मध्यान्ह भोजन निरंतर नहीं बनता है इस विषय में स्कूल के हेडमास्टर महेंद्र गुप्ता से बात कि उनका कहना था फुनगा संकुल केंद्र छुलकारी स्कूल में मध्यान्ह भोजन के क्रियान्वयन कि स्थिति काफी खराब है कहीं समूह कि मनमानी, समूह के अध्यक्ष के द्वारा शिक्षकों के साथ अभर्द व्यवहार का आलम आए दिन स्कूल में देखने को मिलता है पालकों द्वारा बताया गया कि यह लापरवाही संकुल प्रभारी के मिलीभगत से चलते हैं एंव मध्यान्ह भोजन योजना को पलीता लगाया जा रहा हैं ।
फुनगा संकुल केंद्र के अंतर्गत कोलमी के मध्य छुलकारी विद्यालय में मध्यान्ह भोजन व्यवस्था लडख़ड़ाई
जैतहरी विकासखंड के अंतर्गत छुलकारी विद्यालय में इन दिनों मध्यान्ह भोजन व्यवस्था लड़खड़ाई गई है, आलम यह है कि समूह कि मनमानी चलते स्कूल आने वाले विधार्थियों को भूखा रहना पड़ता है ऐसा ही नजारा 5 अक्टूबर शनिवार को फुनगा संकुल के गांव छुलकारी के प्राइमरी स्कूल में देखने को मिला जहाँ समूह के द्वारा मध्यान्ह भोजन नहीं बनाया गया जिस कारण से स्कूल के 63 विधार्थी भूंख से व्याकुल नजर आये स्कूली छात्रों ने सारदा स्व सहायता समूह के अधक्ष्य श्रीमती अनसुइया केवट के खिलाफ आक्रोश जताते हुए बताये कि अध्यक्ष के मनमानी रवैया से हम परेशान है इस स्कूल में मध्यान्ह भोजन कभी भी नियमित नहीं मिलता है ।
समूह संचालक करते हैं मनमानी
समूह के द्वारा भोजन न देना आमबात है जबकि स्कूल में खाना मिलगा इस आस में बच्चे घर से भूखे ही आते है लेकिन स्कूल में भी भोजन नहीं मिलता और बच्चे दिन भर भूखे पेट रह जाते है कुछ स्थानीय बच्चे तो दोपहर कि छुट्टी में अपने -अपने घर जा कर खाना खा लेते है, लेकिन दुरदराज से आये बच्चों को भूखा ही रहना पड़ता है मीनू के आधार पर खीर, पूड़ी हलवा मिल जाये तो गनीमत है ,भोजन चाहे गुणवत्ता वाली मिले या गुणवत्ताहीन बच्चों को तो खाना ही पड़ेगा करण कि घर से भूखे आते है किसी तरह पेट तो भर जाता है परन्तु मन नहीं लगता , स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि समूह कि मनमानी के चलते ऐसे हालात बार, बार बन रहे हैं जबकि बच्चे स्कूल में मिलने वाली भोजन चलते रोजाना शाला में उपस्थिति देते हैं कुछ लोगों ने इस योजना का बंटाधार करने में लगे हैं।
नहीं बनता प्रतिदिन भोजन
स्कूल के शिक्षक ने भी यह बताया कि यहां मध्यान्ह भोजन निरंतर नहीं बनता है इस विषय में स्कूल के हेडमास्टर महेंद्र गुप्ता से बात कि उनका कहना था फुनगा संकुल केंद्र छुलकारी स्कूल में मध्यान्ह भोजन के क्रियान्वयन कि स्थिति काफी खराब है कहीं समूह कि मनमानी, समूह के अध्यक्ष के द्वारा शिक्षकों के साथ अभर्द व्यवहार का आलम आए दिन स्कूल में देखने को मिलता है पालकों द्वारा बताया गया कि यह लापरवाही संकुल प्रभारी के मिलीभगत से चलते हैं एंव मध्यान्ह भोजन योजना को पलीता लगाया जा रहा हैं ।
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