शहडोल ।
मैहर अखाड़ा पीठ निवृत पीठाधीश्वर पूज्य संत श्रीश्री 1008 श्री संत शरण जी महाराज इस समय आपने छपरोड आश्रम में हैं वहीं उनके दर्शन के लिए निरंतर भक्त छपरोड आश्रम पहुंच रहे हैं, जिस तारतम्म में शहडोल जिले से महाराज जी के भक्त मृगेंन्द्र सिंह बघेल,अखिलेश कुमार शर्मा ,अरुण कुमार तिवारी, प्रशांत चतुर्वेदी, महाराज जी के दर्शन करने आश्रम पहुंचे और महाराज जी का आशीर्वाद लिया। महाराज जी पूज्य संत श्री श्री 1008 श्री संत शरण जी महाराज ने चर्चा के दौरान बताया कि अभी प्रयागराज कुंभ जाना है और उसके बाद अयोध्या में बनने वाले आश्रम का भूमि पूजन करना है वहीं शहडोल निवासी मृगेंन्द्र सिंह ने बताया की छपरौड आश्रम में संस्कृत विद्यालय भी है यहां बच्चों के रहने खाने के साथ ही संस्कृत का अध्ययन भी कराया जाता है जिसमें शहडोल संभाग रीवा संभाग जबलपुर संभाग से लगे जिले एवं ग्रामों से भक्तगणों के बच्चे शिक्षा प्राप्त करने के लिए यहां अध्यनरत हैं, अपनी संस्कृति अपने सनातन धर्म के प्रचार प्रसार में संत श्री पूज्य महाराज जी ने अपना पूरा जीवन अर्पित कर दिया बता दें कि संत श्री महाराज जी 96 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं और अपने सनातन धर्म के लिए लगातार प्रयासरत हैं ऐसे संत शिरोमणि के चरणों में सादर प्रणाम जय गुरुदेव। सेवादार शिवराम शरण संत जी महाराज एवं निलेश उपाध्याय जी महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि पूजा श्री महाराज जी के द्वारा अमरकंटक एवं व्यौहारी क्षेत्र तथा कल्याणपुर शहडोल में भी आश्रम बना है जहां महाराज जी जाते हैं और भक्तगण उनका आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं ,गौशाला का भी निर्माण है जहां गायों की सेवा की जाती है ,वहीं छपरोड आश्रम में दुर्लभ नीलकमल भी देखने को मिला बता दे कि यह नीलकमल बहुत ही दुर्लभ पुष्प है जो भगवान शिव एवं भगवान विष्णु को अति प्रिय पुष्प है जिसे महाराज जी ने स्वयं लगाया है सेवादार शिवराम शरण संत जी महाराज ने बताया कि यहां बच्चों को सनातन धर्म एवं संस्कृति की शिक्षा दी जाती है।
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