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कोतमा सीएमओ और इंजीनियर है भ्रष्टाचार की विभूति: आशुतोष सराफ

कोतमा सीएमओ और इंजीनियर है भ्रष्टाचार की विभूति: आशुतोष सराफ 

प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ने खोली निर्माण कार्यों की पोल



इन्ट्रो:- कोतमा नगर के विकास पुरुष कहे जाने वाले पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष स्वर्गीय राजेश सोनी के पुत्र आशुतोष सराफ ने वर्तमान नगर परिषद के काले कारनामों का चिट्ठा खोल दिया है। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पुत्र के द्वारा निर्माण कार्यों की अनियमित और स्वहित में किए गए लाभ को लेकर अनूपपुर सहित भोपाल में भी शिकायत की है जिस पर तीन सदस्य जांच टीम ने अपनी जांच पूरी कर ली है जल्द ही जांच का परिणाम सामने आएगा। जिसमें देखना यह होगा कि पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष के पुत्र द्वारा लगाए गए आरोप सही या गलत साबित होंगे। 


अनूपपुर। अनूपपुर जिले में कोतमा नगर पालिका इन दोनों अपनी कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा में है। लगभग दो महत्वपूर्ण आशुतोष सराफ द्वारा नगर पालिका कोतमा में चल रहे निर्माण कार्य को लेकर की गई शिकायतों पर विगत कुछ दिनों से कोतमा की राजनीति में गर्म गर्मी का माहौल बना हुआ है। कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आए हुए कोतमा नगर पालिका अध्यक्ष अजय सराफ पर कांग्रेसी रवैया अब तक अपने रखना और भारतीय जनता पार्टी के विचारधारा से ना जुड़ने के साथ मुख्य नगर पालिका अधिकारी कोतमा और उपयंत्री के ऊपर निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा है। गौरतलब है कि दो माह पूर्व आशुतोष सराफ द्वारा नगरी एवं ग्रामीण विकास विभाग में कोतमा नगर पालिका अंतर्गत हुए गए निर्माण कार्यों की शिकायत की गई थी जिसको लेकर विगत दिनों कोतमा में तीन सदस्य टीम ने दौरा किया था। 


सीएमओ और उपयंत्री के ऊपर लगे आरोप 

कोतमा नगर पालिका के सीएमओ प्रदीप झरिया और उपयंत्री ओमवती तिवारी के ऊपर निर्माण कार्यों में अनिमितता और भ्रष्टाचार आरोप लगे हैं। सोमवार को आशुतोष सराफ द्वारा शुक्ला ढाबा में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नगर पालिका कोतमा अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्य की सूची बद्ध तरीके से शिकायतों की लिस्ट जारी की। जिसमें कोतमा के वार्ड क्रमांक एक में विशेष निधि से निर्माण हो रही करोड़ों की लागत की बाईपास सड़क पर आपत्ति दर्ज कराई गई है जिसमें कुछ लोगों को लाभ दिलाने के लिए नगर पालिका के पैसे का दुरुपयोग का आरोप लगा है। इसके साथ ही नगर पालिका के विभिन्न निर्माण कार्यों में अनदेखी और चुनिंदा ठेकेदारों को एवं में ठेका देने का भी आरोप लगाया गया है। 


अध्यक्ष, उपाध्यक्ष पर साधी चुप्पी

आशुतोष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ मुख्य नगर पालिका अधिकारी और उप यंत्री पर ही निशान साधा है। वहीं नगर पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पर चुप्पी साधी रही। हालांकि इशारों इशारों में कोतमा के कुछ जगह पर शौचालय तोड़कर पर्सनल उपयोग में लिए गए शासकीय भूमि पर नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों पर निशान जरूर साधा लेकिन स्पष्ट रूप से किसी का नाम नहीं लिया गया है। कोतमा नगर पालिका उपाध्यक्ष के ऊपर आरोप लग रहे हैं कि वार्ड क्रमांक 2 में बनी कोलकी के सार्वजनिक शौचालय को तोड़कर अपने निजी उपयोग में निर्माण कार्य कराया गया है जिसको लेकर इशारों ही इशारों में आशुतोष ने नगर पालिका को स्वहित के कार्य करने का मशीन बताया है। 

बिजुरी, डोला और डूमरकछार का भी उठाया मुद्दा

आशुतोष सराफ द्वारा कोतमा नगर पालिका के साथ-साथ बिजुरी नगर पालिका में कायाकल्प योजना के तहत बनाई गई सड़क में की गई अनियमित को लेकर भी शिकायत की गई है जिसमें पूर्व में शहडोल शहरी ग्रामीण विकास विभाग द्वारा सड़क उखड़ कर दोबारा बनाने के आदेश दिए थे जिसके बाद भी नगर पालिका द्वारा ठेकेदार को आदेशित नहीं किया गया और अब तक दोबारा सड़क नहीं बनाई गई है। उसके साथ ही डोला और डूमरकछार में कायाकल्प योजना के तहत हुए भ्रष्टाचार को लेकर भी आशुतोष ने शिकायत कर जांच करने की मांग की है। 


भाजपा की विचारधारा को दूषित करने का लगाया आरोप

आशुतोष सराफ द्वारा कोतमा नगर पालिका अध्यक्ष के भाजपा में शामिल होने के बाद से लेकर अब तक कांग्रेसी विचारधारा लेकर नगर पालिका चलाए जाने और भारतीय जनता पार्टी के विचारधारा को दूषित करने का आरोप लगाया है। आशुतोष का कहना है कि भले ही अपनी टीम के साथ नगर पालिका अध्यक्ष भाजपा में स्वहित के लिए शामिल हो गए हैं लेकिन अब वह शामिल होने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा से नहीं जुड़ पा रहे हैं। उनके क्रियाकलाप आज भी कांग्रेसी मानसिकता और विचारधारा को प्रदर्शित करते हैं। कांग्रेसी ठेकेदारों को बढ़ावा देना और लोगों से रोजगार छीनने का कार्य वर्तमान नगर परिषद द्वारा किया जा रहा है। जबकि भारतीय जनता पार्टी के विचारधारा युवाओं को रोजगार देने का है। भारतीय जनता पार्टी किस भी भ्रष्टाचार और अनियमित को बढ़ावा नहीं देती है उन्होंने कहा कि यह नगर परिषद भारतीय जनता पार्टी के नाम को बदनाम कर रही है। वहीं उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही भारतीय जनता पार्टी के विचारधारा को परिषद द्वारा अडॉप्ट नहीं किया जाता है तो यह भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं लेगा, जिस पार्टी की छवि धूमिल होगी।

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