देश की सेवा-सहयोग में सदैव तत्पर महान विभूतियों व नारी शक्तियों का चौथी बार सारस्वत सम्मान
रिपोर्ट - श्रीराम केवट अनूपपुर 8878567813
मानव-जीवन का मूल सिद्धांत है कि- "किसी भी जरूरतमंद की, असहाय की, किसी-न-किसी रुप में, सेवा-सहयोग करना. जैसे- रक्तदान करना (विशेषकर अपने घर- परिवार- समाज के व्यक्ति के लिये), रोगी के लिये औषधि- खानपान की व्यवस्था, भूखे को अन्न, प्यासे को जल, वस्त्रहीन को वस्त्र, अशिक्षित को शिक्षा, निराश्रयी को आश्रय एवं जीविकाहीन को जीविकोपार्जन में सहयोग-साथ देना इत्यादि ही अत्यन्त उत्तम सेवा-सहयोग होता है. जो व्यक्ति नि:स्वार्थ भाव से दूसरों के हित में संलग्न रहते हैं, वही सच्ची सेवा-सहयोग होता है. ऐसा करने पर जीवन में सच्चे सुख का अनुभव होता है. आप भी इसे अपने कार्य रुप में परिणीत करेंगे तो सच्चे सुख के आनन्द में विभोर हो उठेंगे."
इन्हीं भावनाओं को चरितार्थ करते, हमारे देश की महान विभूतियों, देवात्माओं, मातृशक्तियों से प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष संपर्क, सहयोग, सानिध्य प्राप्त कर, हमें आप सबका सारस्वत सम्मान करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है.
*⛑️मां नर्मदा स्वास्थ्य सेवा व लोक-सेवा समिति ®️⛑️*
द्वारा ३१.०५.२०२०: "रानी अहिल्याबाई होल्कर जयन्ती" व "महेश नवमी"(ज्येष्ठ शुक्ल नवमी) पर- *देश के अतिविशिष्ट सामाजिक सेवकों-सेविकाओं, भामाशाहों, देवात्माओं, स्वास्थ्य व रक्त- वीरों- वीरांगनाओं का चौथी बार सारस्वत सम्मान* किया गया है.
सम्मानित होने वाली विभूतियों में-
*1️⃣मप्र की सम्मानित विभूतियाँ*
१- *"रक्तवीर: भामाशाह"* श्री राजेश राज पुरोहित जी, करमदी- रतलाम, मप्र, (१७२),
२- *"रक्तवीर: भामाशाह"* श्री सरबजीत सिंह नारंग जी, रांझी- जबलपुर, मप्र, (१७६),
३- *"रक्तवीर: समाज-रत्न"* श्री सुरेन्द्र कुमार सिंह जी, उमरिया, मप्र, (१७९),
४- *"रक्तवीर: समाज-रत्न"* श्री योगेश साहू (योगी) जी, सोनपुर-खमरिया, जबलपुर, मप्र, (१७८),
५- *"रक्तवीर: समाज-रत्न"* श्री शिवेन्द्र कुमार पाण्डेय जी, बैढ़न- सिंगरौली, मप्र, (१८०),
६- *"रक्त व स्वास्थ्य वीर: समाज-रत्न"* श्री नवनीत अग्रवाल जी, उमरिया, मप्र, (१९८),
७- *"रक्तवीर: समाज-रत्न"* श्री श्रेय अग्रवाल जी, भोपाल, मप्र, (१७७) व
८- *"पत्रकार-रत्न"* रक्तवीर श्री भरत शर्मा जी, रतलाम, मप्र, (१४८).
*2️⃣मप्र की सम्मानित नारी विभूतियाँ-१*
९- *"रक्तवीरांगना: नारी-रत्न"* श्रीमती मोनल सिंह जाट जी, *(असिस्टेंट डायरेक्टर: ब्लड सेफ्टी, मप्र राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी)*, भोपाल, मप्र, (१९७),
१०- *"स्वास्थ्य-सेवा: नारी-रत्न"* श्रीमती प्रजीत कौर (लवली) जी, (जिला परियोजना प्रबंधक: NRHM), उमरिया, मप्र, (१७०),
११- *"रक्तवीरांगना: नारी-रत्न"* सुश्री वर्षा परिहार जी, अलीराजपुर, मप्र, (१५४),
१२- *"थेलेसीमिया वीरांगना: नारी-रत्न"* सुश्री वर्षा पंवार जी, रतलाम, मप्र, (१७३),
१३- *"रक्तवीरांगना: नारी-रत्न"* श्रीमती ललिता सिंह श्याम जी(ANM), अनूपपुर, मप्र, (१५३),
१४- *"रक्तवीरांगना: नारी-रत्न"* श्रीमती सरोज सोनी जी, रीवा, मप्र, (१९२),
१५- *"रक्तवीरांगना: नारी-रत्न"* श्रीमती राजकुमारी प्रसाद जी, अमलाई, शहडोल, मप्र, (१९३),
१६- *"रक्तवीरांगना: नारी-रत्न"* सुश्री शशि प्रभा सिंह जी, शहडोल, मप्र, (१७१) व
१७- *"नारी-रत्न"* सुश्री कुसुम सिंह कंवर जी, खाम्हीडोल, शहडोल, मप्र, (१६१).
*3️⃣मप्र की सम्मानित नारी विभूतियाँ-२*
१८- *"रक्तवीरांगना: नारी-रत्न"* श्रीमती ममता सोनी जी, शहडोल, मप्र, (१८७),
१९- *"रक्तवीरांगना: नारी-रत्न"* श्रीमती लीलावती बांधव जी, राजनगर, अनूपपुर, मप्र, (१८८),
२०- *"नारी-रत्न"* श्रीमती सुनीता सिंह जी, राजनगर, अनूपपुर, मप्र, (१९६),
२१- *"नारी-रत्न"* श्रीमती बबिता पाण्डेय जी, बिजुरी, अनूपपुर, मप्र, (१५२) व
२२- *"नारी-रत्न"* श्रीमती मधु सिंह जी, बिजुरी, अनूपपुर, मप्र, (१९०).
*4️⃣ छग की सम्मानित विभूतियाँ*
२३- *"जनसेवा: भामाशाह "* " एक नयी पहल" के संयोजक श्री सतराम जेठमलानी जी, बिलासपुर, छग, (१५१),
२४- *"रक्त व दिव्यांग सेवा वीरांगना: नारी-रत्न"* श्रीमती गीतू जोशी परमानन्द जी, दुर्ग, छग, (१४७),
२५- *"नारी-रत्न"* श्रीमती सोनबाई (सोनिया) कुर्रे जी, बिलासपुर, छग, (१५५),
२६- *"रक्तवीर: समाज-रत्न"* श्री नरेन्द्र सोनी जी, दीपका, कोरबा, छग, (१७४),
२७- *"रक्तवीर: समाज-रत्न"* श्री रोहित कुमार कश्यप जी, कोरबा, छग, (१६०),
२८- *"रक्तवीरांगना: नारी-रत्न"* सुश्री प्रभजोत कौर(हनी) जी, कोरबा, छग, (१८६),
२९- *"मानव व गौ-सेवा भामाशाह "* जनाब फिरोज नवाब जी, बचेली, दंतेवाड़ा, छग, (१४९),
३०- *"रक्तवीर: समाज-रत्न"* जनाब मोहम्मद मेराज जी, दल्लीराजहरा, बालोद, छग, (१८३) व
३१- *"रक्तवीर: समाज-रत्न"* श्री कामेश कुमार नगारची, बकली, धमतरी, छग, (१८५).
*5️⃣ प.बंगाल, उड़ीसा व उप्र की सम्मानित विभूतियाँ*
३२- *"रक्तवीरांगना: नारी-रत्न"* श्रीमती अनिता गन जी, दनकुनी, हुगली, प.बंगाल, (१५०),
३३- *"रक्तवीरांगना: नारी-रत्न"* श्रीमती पूजा झुनझुनवाला (खेमका) जी, झारसुगुड़ा, उड़ीसा, (१६९) व
३४- *"समाजसेवा- रत्न"* श्री नरेन्द्र कुमार अग्रवाल जी, अनपरा, सोनभद्र, उप्र, (१६५).
*6️⃣ राजस्थान की सम्मानित विभूतियाँ*
३५- *"रक्तवीर: भामाशाह "* श्री राहुल सराफ जी, बांसवाड़ा, राजस्थान, (१५६),
३६- *"रक्तवीर: भामाशाह "* श्री डॉ॰ पंकज कुमार जैन जी, उदयपुर, राजस्थान, (१६६),
३७- *"रक्तवीरांगना: नारी-रत्न"* श्रीमती फतु कुँवर चौहान जी, भावराना, उदयपुर, राजस्थान, (१६७) व
३८- *"रक्तवीरांगना: नारी-रत्न"* सुश्री मीनल भण्डारी (जैन) जी, भूपालपुरा, उदयपुर, राजस्थान, (१६८);
का पहले "प्रशस्ति-पत्र"
व आज "सम्मान-पत्र" आनलाइन डिजिटली भेजकर, विभिन्न उपाधि से, सारस्वत-सम्मान किया गया.
ज्ञातव्य है कि इसके पूर्व भी-
१- प्रथम बार २६.०४.२०२०- अक्षय तृतीया व भगवान परशुराम प्राकट्योत्सव पर मप्र व छग की सात अतिविशिष्ट सामाजिक सेविकाओं, स्वास्थ्य व रक्त-वीरांगनाओं का,
२- ०२.०५.२०२०: जानकी जयन्ती (सीता नवमी) को द्वितीय बार मप्र, छग, उड़ीसा, पंजाब, हरियाणा व राजस्थान की छ: अतिविशिष्ट सामाजिक सेविकाओं, स्वास्थ्य व रक्त-वीरांगनाओं का व
३- १५.०५.२०२०: अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस को तृतीय बार मप्र, छग, पश्चिम बंगाल व महाराष्ट्र के २१ पुरुष व ७ महिला, कुल २८ सम्मानित विशिष्ट सामाजिक सेवकों- सेविकाओं, स्वास्थ्य व रक्त- वीरों व वीरांगनाओं
का "सम्मान-पत्र व प्रशस्ति-पत्र" आनलाइन डिजिटली भेजकर, सारस्वत-सम्मान किया गया था.
प्रभु आप सबका सर्वतोभद्र मंगल करें. आप हमारे प्रेरणाश्रोत बन निरन्तर मार्गदर्शन प्रदान करते हुये, हम सबके प्रति अगाध-निष्ठा, प्रेम व श्रद्धा का उदय करते हुये, हमें गौरवान्वित कर, हमारे जीवन को सफल बनाने में, पूर्ण सहायक सिद्ध हों, हमें आपके द्वारा आयोजित क्रियाकलापों से आत्मालोचन का अवसर व आभास हो, हम सब दिनों-दिन सेवा-सहयोग कल्याण के सशक्त माध्यम बनें, प्रगतिन्नोति हो, सर्वतोमुखी समृद्धि हो; यही हमारी मंगल-कामना, आकांक्षा व सद्भावना है.
आप सभी के श्रीचरणों में हमारा शत्-शत् प्रणाम, नमन, वंदन, अभिनन्दन......
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