सुरेश शर्मा-
नवरात्र और दुर्गा पूजा की तरह छठ भी भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है मुक्ता यह पूर्वी भारत के बिहार झारखंड पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाने वाला पर्व है क्योंकि इस हिस्से के लोग अब देश-विदेश में फैले हुए हैं इसलिए अब यह पर्व कई जगह उसी आस्था और उत्साह से मनाया जाता है छठ पूजा मुख्य रूप से सूर्य देव की उपासना का पर्व है इस दौरान डूबते और उगते सूर्य को हार दिया जाता है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार छठ सूर्य देव की बहन है और सूर्योपासना करने से छठ माता प्रसन्न होकर घर परिवार में सुख शांति व धन धन प्रदान करती हैं प्रशांत नगर पालिका क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में लोग छठ पूजा को मनाते हैं जिसके लिए भालू वाला के केवई नदी एवं जमुना के छठ तालाब में पूजा अर्चना की जाती है इन दोनों स्थानों पर साफ सफाई की व्यवस्था नगर पालिका द्वारा की जाती है जहां रविवार को भालूमादा के केवई नदी घाट एवं जमुना के छठ तालाब की साफ-सफाई नगर पालिका द्वारा कराई गई
छठ पूजा मुख्य रूप से सूर्य देव की उपासना कर उनकी कृपा पाने के लिए की जाती है भगवान भास्कर की कृपा से सेहत अच्छी रहती है और घर में धन धन की प्राप्ति होती है संतान प्राप्ति के लिए भी छठ पूजन का विशेष महत्व है 4 दिनों तक चलता है यह पर्व इसे काफी कठिन और विधि विधान वाला पर्व माना जाता है इसके लिए पूजा से पहले काफी साफ सफाई की जाती है घर के आस-पास भी कहीं गंदगी नहीं रहने दी जाती इस प्रकार से छठ पर्व का शुभारंभ रविवार से हो गया
नवरात्र और दुर्गा पूजा की तरह छठ भी भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है मुक्ता यह पूर्वी भारत के बिहार झारखंड पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाने वाला पर्व है क्योंकि इस हिस्से के लोग अब देश-विदेश में फैले हुए हैं इसलिए अब यह पर्व कई जगह उसी आस्था और उत्साह से मनाया जाता है छठ पूजा मुख्य रूप से सूर्य देव की उपासना का पर्व है इस दौरान डूबते और उगते सूर्य को हार दिया जाता है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार छठ सूर्य देव की बहन है और सूर्योपासना करने से छठ माता प्रसन्न होकर घर परिवार में सुख शांति व धन धन प्रदान करती हैं प्रशांत नगर पालिका क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में लोग छठ पूजा को मनाते हैं जिसके लिए भालू वाला के केवई नदी एवं जमुना के छठ तालाब में पूजा अर्चना की जाती है इन दोनों स्थानों पर साफ सफाई की व्यवस्था नगर पालिका द्वारा की जाती है जहां रविवार को भालूमादा के केवई नदी घाट एवं जमुना के छठ तालाब की साफ-सफाई नगर पालिका द्वारा कराई गई
छठ पूजा मुख्य रूप से सूर्य देव की उपासना कर उनकी कृपा पाने के लिए की जाती है भगवान भास्कर की कृपा से सेहत अच्छी रहती है और घर में धन धन की प्राप्ति होती है संतान प्राप्ति के लिए भी छठ पूजन का विशेष महत्व है 4 दिनों तक चलता है यह पर्व इसे काफी कठिन और विधि विधान वाला पर्व माना जाता है इसके लिए पूजा से पहले काफी साफ सफाई की जाती है घर के आस-पास भी कहीं गंदगी नहीं रहने दी जाती इस प्रकार से छठ पर्व का शुभारंभ रविवार से हो गया
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