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लाल बहादुर जायसवाल के सेवानिवृत होने पर बीएमएस व बचपन के मित्रों ने दी भावभीनी विदाई

अनूपपुर




जमुना कोतमा एसईसीएल के जमुना कोतमा क्षेत्र के अंतर्गत संचालित आमाडाड खुली खदान परियोजना में कार्यरत लाल बहादुर जायसवाल 31 जुलाई 2024 को अपने सेवा काल से सेवानिवृत हो गए उनके सेवानिवृत होने पर उनके इष्ट मित्रों और बीएमएस यूनियन द्वारा जमुना के बंकिम बिहार में भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया जिसमें उनके सभी इष्ट मित्र स परिवार व क्षेत्र के मुखिया महाप्रबंधक हरजीत सिंह मदान वह अन्य कालरी अधिकारी स परिवार मौजूद रहे 

बहुत ही स्नेह प्यार मिला मुझे जयसवाल 

उक्त कार्यक्रम के दौरान लाल बहादुर जायसवाल ने अपने 41 साल कालरी को सेवा देने का अनुभव साझा करते हुए बताया कि वह जमुना कालरी में ही पूरा जीवन व्यतीत किया है और उनके जीवन में कई बार उतार-चढ़ाव आया है लेकिन जमुना के लोगों ने उनका कभी साथ नहीं छोड़ा और भरपूर सहयोग किया और मेरे साथ दुख की घड़ी में कंधा से कंधा मिलाकर खड़े रहे मैं सौभाग्यशाली हूं कि आज मेरे सेवानिवृत होने पर मेरे मित्र महाप्रबंधक स्वयं मौजूद हैं मैं अपने माता-पिता के साथ रहता हूं और उन्होंने अपने बचपन से लेकर अब तक के सफर के बारे में सभी से वार्तालाप किया 

लाल बहादुर जायसवाल से मेरा रिश्ता बड़े भाई का सदैव रहेगा मदान

उक्त कार्यक्रम में लाल बहादुर जायसवाल को सेवानिवृत होने पर बधाई देते हुए महाप्रबंधक हरजीत सिंह मदान ने कहा कि मैं तो यहां डेढ़ वर्ष पूर्व आया हूं लेकिन जब से आया हूं तब से लाल बहादुर जायसवाल मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर वक्त खड़े रहते हैं और समाज सेवा में सबसे आगे रहते हैं और मिलनसार प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं आमाडाड खुली खदान परियोजना खोलने में ग्रामीणों द्वारा कहीं भी कोई दिक्कत उत्पन्न की जाती है वहां पर तत्काल यह चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े रहे अगर आज यह क्षेत्र कोयला उत्पादन में बुलंदियों पर है तो उसमें लाल बहादुर जायसवाल का बहुत बड़ा योगदान है वे कालरी से सेवानिवृत जरूर हो गए हैं उनसे मेरा महा प्रबंधक और कर्मचारी का रिश्ता भले ही ना रह गया हो लेकिन वह मेरे बड़े भाई हैं और यह रिश्ता हमेशा कायम रहेगा उन्हें जब भी मेरी जरूरत हो वह मुझे याद कर सकते हैं मैं उनके लिए हमेशा खड़ा रहूंगा और सभी लोगों ने नम आंखों से एक दूसरे को गले लगा कर विदाई दी

इन बच्चियों ने नृत्य करके बांधा समां 

लाल बहादुर जायसवाल के सेवानिवृत होने पर उक्त कार्यक्रम में नन्हे मुन्ने बच्चियों में फलसा फेलिसा एंथोनी व सुभी जायसवाल ने अद्भुत नृत्य करके सभी का मन मोह लिया और पूरा सदन तालिया की गड़गड़ाहट से गूंज उठा 

भावुक हुआ पूरा माहौल 

लाल बहादुर जायसवाल के सेवानिवृत होने पर चल रहे इस कार्यक्रम में कई लोगों ने संगीत के माध्यम से अपने स्वर सभी तक पहुंचने का प्रयास किया इसी कड़ी में उनके परम मित्र नरेश चंद्र शर्मा गाना गाते गाते रो पड़े और पूरा सदन के आंखों में आंसू भर आया और उन्हें गाना बीच में ही बंद करना पड़ा

प्रमुख रूप से यह रहे मौजूद 

उक्त कार्यक्रम में लाल बहादुर जायसवाल व उनके परिवार को विशेष कर उनकी माताजी को उपहार व पुष्प देकर स्वागत करने वालों में विशेष रूप से कार्यक्रम के आयोजन फ्रांसिस एंथोनी रोशन उपाध्याय संजय सिंह विजय सिंह सुरेश राठौड़ राजू गुप्ता सुखविंदर सिंह आदि सैकड़ो की संख्या में लोकसभा परिवार उपस्थित रहे।


  हौजी का खेल का सभी ने लिया आनंद 


लाल बहादुर जायसवाल के सेवानिवृत होने पर आयोजित कार्यक्रम के अंत में फ्रांसिस एंथोनी व राजू गुप्ता द्वारा हौजी नामक खेल का आयोजन किया गया जिसमें सभी ने अपनी भागीदारी निभाई और विजेता होने पर उपहार दिया गया उक्त पूरे कार्यक्रम का सफल मंच संचालन अरविंद राय के द्वारा किया गया

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