पूर्व में नपा तथा राजस्व अमले के द्वारा किया गया था बेदखल
अमरकंटक।
स्थानीय व्यापारियों के द्वारा यहां आने वाले पर्यटकों को बंदरों को खिलाने के लिए चने का व्यवसाय किए जाने के कारण आए दिन यहां बंदरों का हुजूम लगा रहता है तथा यही बंदर पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं को घायल कर रहे हैं बताया जा रहा है कि चने के कारण ही बंदरो का डेरा यहां लगा रहता है यदि चने के विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया जाए तो श्रद्धालुओं को बंदरों के काटने से बचाया जा सकता है।
बढ़ता जा रहा अतिक्रमण का दायरा
सोनमुड़ा के समीप अतिक्रमण करते हुए दुकान का संचालन किए जाने पर कोई कार्यवाही नहीं होने से यहां प्रतिदिन अतिक्रमणकारियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है जिसको लेकर नगरपालिका तथा राजस्व अमले की उदासीनता नजर आ रही है।
दुकानों के कारण होता मार्ग अवरुद्ध
अतिक्रमण कर दुकानों का संचालन करने वाले व्यापारियों के द्वारा बीच सड़क पर टेबल तथा कुर्सियां लगा दिए जाने के कारण यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को आने जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है कई बार श्रद्धालुओं तथा व्यापारियों के मध्य विवाद तथा मारपीट की स्थिति भी बन जाती है जिसको देखते हुए श्रद्धालुओं के द्वारा सोनमुड़ा आश्रम के समीप किए जा रहे अतिक्रमण पर कार्यवाही की मांग प्रशासन से की गई है।
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